तुम तो अपने हो तुमहे दिल से निकालें कैसे...!
हम तो दुश्मनों को भी बेघर नहीं होने देते...!!
#जब #तू #रोती #है ना #बहुत सी वजह होती हैं..
लेकिन जब #मै रोता हूँ तो #वजह #सिर्फ_तू होती हैं...
बेशक तू बदल ले अपने आपको लेकिन ये याद रखना..
तेरे हर झूठ को सच मेरे सिवा कोई नही समझ सकता
लिख देना ये अल्फाज मेरी कबर पे, मौत अच्छी है,
मगर दिल का लगाना अच्छा नहीं..
तुम दूर..बहुत... दूर हो मुझसे.. ये तो जानता हूँ मैं…...
पर तुमसे करीब मेरे ...और कोई नही है.. बस ये बात तुम याद रखना…
अब तो डर लगने लगा है उन लोगो से..
जो कहते है "मेरा विश्वास तो करो...!!